आज में आपको फ्रीलांसिंग के बारे में बिलकुल बैसिक से डिटेल में जानकारी देने वाला हूँ कि फ्रीलांसिंग किया होती है , फ्रीलांसिंग कैसे करते है , फ्रीलासिंग में कौन कौन सी जॉब होती है फ्रीलांसिंग के फायदे और नुकसान इत्यादि के बारे में हम इस आर्टिकल में स्टेप बाई स्टेप डिटेल में जानेंगे तो चलिए शुरू करते है…
फ्रीलांसिंग किया है – What is freelancing in hindi
अगर हम साफ़ शब्दों में समझें की फ्रीलांसिंग किया है तो मानलो कोई व्यक्ति आप से कोई काम करवाता और आप को वो काम करने का अच्छा ज्ञान है तो आप उस व्यक्ति के लिए काम कर सकते है और उस काम के बदले वो व्यक्ति आप को पैसे देगा , मतलब अपनी किसी स्किल्स के बदले पैसे कमाना इसी को फ्रीलांसिंग कहते है |
उदाहरण के लिए – मानलो आप एक अच्छे ग्राफ़िक डिज़ाइनर है और आपको बहुत अच्छे से ग्राफ़िक डिजाइनिंग करनी आती है और इसी तरह किसी दुसरे व्यक्ति को एक अच्छे ग्राफ़िक डिज़ाइनर की तलाश है तो आप उसके लिए काम कर सकते है और वो आपके काम के बदले आपको पैसे देगा इसी प्रोसेस को फ्रीलांसिंग कहते है |
फ्रीलांसिंग आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से कर सकते है परन्तु ज्यादातर लोग फ्रीलांसिंग ऑनलाइन ही करते है इसीलिए हम ऑनलाइन फ्रीलांसिंग के बारे में आगे डिटेल में स्टेप बाई स्टेप आसान भाषा में समझेंगे |

फ्रीलांसर कौन होता है
फ्रीलांसर एक सेल्फ employed होता है जो अलग अलग क्लाइंट्स(ग्राहक) के लिए काम करता है किसी एक विशेष कंपनी के लिए काम नहीं करता है और अपनी पसंद के क्लाइंट्स के साथ काम करता है जब उसका मन चाहे तब काम कर सकता है कोई समय सीमा नहीं है यही एक फ्रीलांसर होता है |
फ्रीलांसिंग कौन कर सकता है
फ्रीलांसिंग कोई भी व्यक्ति कर सकता है इसमें कोई boundry नहीं है आप चाहे स्कूल स्टूडेंट हो या कॉलेज स्टूडेंट या फिर आप कहीं जॉब भी करते हो तो आप फ्रीलांसिंग कर सकते है
फ्रीलांसिंग करने के लिए आपको किसी डिप्लोमा , डिग्री या सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं पड़ती है बस आपको कोई भी एक स्किल आनी चाहिए और आप उस स्किल में माहिर हो तो आप फ्रीलांसिंग कर सकते है और अच्छा पैसा भी कमा सकते है |
फ्रीलांसिंग करने के लिए किन किन चीजो की जरूरत पड़ती है
फ्रीलांसिंग करने के लिए आपको ज्यादा चीजो की जरूरत नहीं पड़ती है बस आपके पास कुछ बैसिक चीजे होनी चाहिए और इनमे से आपके पास कुछ तो पहले ही होंगी
- एक कंप्यूटर या लैपटॉप
- स्मार्टफ़ोन
- इन्टरनेट कनेक्शन
- ईमेल अकाउंट
- बैंक अकाउंट
- और काम करने के लिए स्किल्स और समय
अब यहाँ तक आपको फ्रीलांसिंग के बारे में बैसिक नॉलेज मिल गई होगी अब आप सोच रहे होंगे की फ्रीलांसिंग जॉब कौन कौन सी होती है किस टॉपिक पर हम फ्रीलांसिंग करे , में आपको कुछ फ्रीलांसिंग जॉब बताने वाला हूँ आप इन स्किल्स पर काम कर सकते है मैंने इनके बारे में आगे डिटेल में बताया है |
फ्रीलांसिंग जॉब्स in hindi
- ग्राफ़िक डिजाइनिंग
- वेब डिजाइनिंग
- कंटेंट राइटिंग
- SEO एंड कंटेंट Optimizing
- डाटा एंट्री
- वेब डेवलपमेंट
- मोबाइल app डेवलपमेंट
- डिजिटल मार्केटिंग
- विडियो एडिटिंग एंड एनीमेशन
- म्यूजिक एंड ऑडियो
- लोगो डिजाइनिंग
- सोशल मीडिया मैनेजर
- प्रोग्रामिंग एंड टेक
- वोइस ओवर आर्टिस्ट
- राइटिंग एंड ट्रांसलेशन
- वर्चुअल असिस्टेंट
- फोटो एडिटिंग
ग्राफ़िक डिजाइनिंग किया है
ग्राफ़िक डिजाइनिंग एक तरह की एक कला है जिसकी मदद से हम किसी मेसेज या advertise को आकर्षक बनाते है
उदहारण के लिए – मानलो कोई कंपनी अपना एक प्रोडक्ट बेचती है तो उस प्रोडक्ट की वो एडवरटाइजिंग करती है जगह जगह पर बड़े बड़े बैनर लगाती है और उन बैनरों को वो बहुत आकर्षक बनाती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो को अपनी तरफ आकर्षित किया जा सके और उन बैनरों को ग्राफ़िक डिजाइनिंग की ही मदद से आकर्षक बनाया जाता है |
ऐसे ही आप जो अपने चारो तरफ attractive(आकर्षक) चीजे देखते है वो ग्राफ़िक डिजाइनिंग की ही मदद से attractive बनाई जाती है जैसे बैनर्स , किसी वेबसाइट का लुक , किसी app का लोगो , वॉलपेपर etc.
तो कहने का साधारण सा मतलब ये है की अपने किसी मेसेज या सन्देश को टेक्स्ट और ग्राफ़िक्स की मदद से आकर्षक बनाकर उसे लोगो तक पहुँचाना इसी को ग्राफ़िक डिजाइनिंग कहा जाता है |
वेब डिजाइनिंग किया है
वेब डिजाइनिंग वेबसाइट बनाने की एक प्रक्रिया है जिसमे हम बिलकुल बैसिक से एक वेबसाइट बनाते है और वेबसाइट को एक अच्छा लुक देते है और इसे कलर , टेक्स्ट , स्टाइल , इमेज और ग्राफ़िक्स की मदद से आकर्षक बनाते है अगर आपको वेब डिजाइनिंग आती है तो आप लोगो को उनकी वेबसाइट बनाकर दे सकते है |
कंटेंट राइटिंग किया होती है
कंटेंट राइटिंग फ्रीलांसिंग के लिए एक अच्छा करियर आप्शन है अगर आप को लिखना बहुत पसंद है तो आप कंटेंट राइटिंग कर सकते है आज के समय में कंटेंट राइटिंग सबसे पसंदीदा और डिमांडिंग फ्रीलांसिंग जॉब है
क्योंकि बहुत सारे ब्लॉगर अपने ब्लॉग पर पोस्ट लिखवाने के लिए अच्छे राइटर की तलाश में रहते है आप अलग अलग निच(टॉपिक) जैसे टेक , एजुकेशन , रिव्यु गैजेट , फैशन और हेल्थ से रिलेटेड लिख सकते है |
आप किसी भी भाषा में कंटेंट राइटिंग कर सकते है जैसे हिंदी या इंग्लिश या फिर अपनी किसी क्षेत्रिय भाषा में भी लिख सकते है क्योंकि आजकल बहुत सारे ब्लॉग अपनी क्षेत्रिय भाषा में होते है |
SEO एंड कंटेंट optimizing किया है
SEO (Search Engine Optimization) एक ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को किसी भी सर्च इंजन में टॉप पर लाते है जैसे हम गूगल पर या अन्य किसी सर्च इंजन पर कुछ सर्च करते है तो जो सबसे ऊपर टॉप पर हमें रिजल्ट दिखाई देते है वो SEO की मदद से ही हो पाते है
अगर आपको SEO का अच्छा ज्ञान है तो आप नए ब्लॉगरस के लिए काम कर सकते है या बहुत सारे ऐसे ब्लॉगर होते है जिनके पास अपनी वेबसाइट को SEO करने का समय नहीं होता है तो आप उनके लिए काम कर सकते है |
डाटा एंट्री किया होता है
अगर हम साधारण भाषा में कहे तो किसी भी डाटा को किसी विशेष सॉफ्टवेर पर कंप्यूटर में फीड करना या स्टोर करना डाटा एंट्री कहलाता है जैसे ms ऑफिस के वर्डपैड और excel पर डाटा एंट्री का काम किया जाता है ऐसे ही बहुत सारे सॉफ्टवेर होते है जिनपर डाटा एंट्री का काम किया जाता है |
उदाहरण से समझे तो अगर आप किसी बैंक में costomer है तो आपकी डिटेल नाम , पता etc को कंप्यूटर में फीड किया जाता है इसी को डाटा एंट्री कहते है और डाटा एंट्री करने वाले को डाटा एंट्री ऑपरेटर कहा जाता है |
इनके अलावा और भी बहुत सारी फ्रीलांसिंग जॉब्स होती है जो आप फ्रीलांसिंग वेबसाइटस पर जाकर देख सकते है अब बात करते है की फ्रीलांसिंग जॉब कहाँ पर और कैसे मिलती है
इन्टरनेट पर बहुत सारी ऐसी फ्रीलांसिंग वेबसाइटस होती है जहाँ पर हमें फ्रीलांसिंग जॉब्स मिलती है चलिए इन वेबसाइटस के बारे में जानते है कि ये किया होती है और कैसे काम करती है
फ्रीलांसिंग वेबसाइटस किया होती है
फ्रीलांसिंग वेबसाइटस क्लाइंट्स और फ्रीलान्सर्स को आपस में मिलाने का काम करती है अगर साफ़ शब्दों में कहे तो ये एक तरह से ब्रिज(पुल) का काम करती है जिसके एक साइड क्लाइंट(ग्राहक) होता है और दूसरी साइड फ्रीलांसर(काम करने वाला) होता है |
- दोनों ही इन वेबसाइटस पर registration करते है और जिसको काम की तलाश होती है वो अपनी स्किल्स(Skills) के अनुसार काम ढूंढता है और जिसको काम करना होता है वो अपने काम के अनुसार फ्रीलांसर ढूंढता है |
- फ्रीलांसर और क्लाइंट्स आपस में डील कर सकते है
- ये वेबसाइटस दोनों के बीच बिचोलिये(मध्यस्था) का काम करती है और बदले में ये फ्रीलान्सर्स और क्लाइंट्स से कमीशन(comission) लेती है |
- आपस में सुरक्षित तरीके से पैसे के लेनदेन में आपकी मदद करती है
फ्रीलांसिंग से कितना पैसा कमाया जा सकता है
फ्रीलांसिंग से पैसे कमाने की कोई सीमा नहीं होती है बहुत सारे लोग महीने के लाखो रूपए कमा रहे है बहुत सारे कुछ भी नहीं कमा रहे है ये निर्भर(depend) करता है की आपको कितना काम मिल रहा है आपको अपने काम का कितना अनुभव और कौशल है और आपके काम की गुणवत्ता अच्छी है या नहीं ,
अगर आप लगातार अपने काम के प्रति महनत कर रहे है तो आप भी लाखो रूपए महीने के कमा सकते है और आप 9 से 5 वाली जॉब से कहीं ज्यादा घर बैठे पैसा कमा सकते है |
फ्रीलांसिंग के किया फायदे है
- फ्रीलांसिंग करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं है आप जब चाहे तब फ्रीलांसिंग कर सकते है
- फ्रीलांसर अपनी पसंद के किसी भी क्लाइंट के लिए काम कर सकते है
- फ्रीलांसर अपनी स्किल खुद चुनते है की उनको किस स्किल पर काम करना और फ्रीलांसिंग करने से उनके हुनर में भी इम्प्रूव होता है |
- आपको पैसे इन्वेस्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है
- एक फ्रीलांसर घर बैठे काम कर सकता है ऑफिस जाने की टेंशन नहीं और कोई बॉस भी नहीं होता है फ्रीलांसर अपनी मर्जी का मालिक होता है |
- आप एक कंप्यूटर और इन्टरनेट की मदद से काम शुरू कर सकते है आपको अपनी सर्विसेज को सेल करने के लिए ग्राहक ढूँढने की जरूरत नहीं पड़ती है आप ऑनलाइन फ्रीलांसिंग वेबसाइटस की मदद से आसानी से काम कर सकते है |
- आप अपने काम की कीमत खुद तय करते है आप स्वतंत्र होकर काम करते है
- आप अपनी नौकरी और पढ़ाई के बाद बचे खाली समय में फ्रीलांसिंग कर सकते है और अपनी स्किल्स का सही उपयोग कर सकते है और आप आय(इनकम) के भी अलग अलग स्त्रोत बना पाते है
फ्रीलांसिंग के किया नुकसान है
- फ्रीलांसिंग में आपको लगातार प्रोजेक्ट मिलते रहे इसकी कोई गारंटी नहीं है
- फ्रीलांसर एक सेल्फ एम्प्लोय(employe) होता है उसे किसी नौकरपैशा व्यक्ति की तरह सुविधाएं नहीं मिलती है जैसे हेल्थ insurance , फंड्स इत्यादि |
- फ्रीलांसिंग से एक्टिव इनकम होती है यानि जब तक आप काम कर रहे है तब तक ही आपको पैसा मिलेगा
- शुरुवात में आपको बहुत कम्पटीशन से गुजरना पड़ सकता है और आपको काम मिलने में देरी हो सकती है
- काम की पूरी जिम्मेदारी आप पर होती है और काम को समय पर ही ख़तम करना होता है और आपको अपनी स्किल्स लगातार इम्प्रूव करते रहना है |
Conclusion : फ्रीलांसिंग किया है फ्रीलांसिंग सम्पूर्ण जानकारी इन हिंदी
मैंने आपको इस आर्टिकल में फ्रीलांसिंग के बारे में बिलकुल बैसिक से सम्पूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है फिर भी आपको इस आर्टिकल से रिलेटेड कोई भी सवाल पूछना हो तो आप हमें नीचे कमेन्ट बॉक्स में लिखकर पूँछ सकते है |
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