Keyboard एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग कंप्यूटर को किसी भी तरह का कमांड देने के लिए किया जाता है जिसके बारे में हम इस आर्टिकल में डिटेल में जानेंगे |
अगर आप भी Keyboard के बारे में डिटेल में जानकारी चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह पर आये है मैंने आपको इस आर्टिकल में बिलकुल बैसिक से डिटेल में समझाया है तो चलिए शुरू करते है
Keyboard किया है – What is Keyboard in hindi
Keyboard सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला एक इनपुट डिवाइस है जिसके माध्यम से हम टेक्स्ट , नंबर और सिंबल को कंप्यूटर के अन्दर इनपुट करते है अर्थात हम keyboard से कंप्यूटर को अक्षर और अंकीय रूप में डाटा और सूचना देते है |
यह टाइपराइटर की तरह दिखता है इसके सारे अक्षर टाइपराइटर की तरह क्रम में होते है लेकिन इसमें बटन keyboard की तुलना में कम होते है
Keboard को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए एक विशेष जगह(पोर्ट) बनी होती है जिसके माध्यम से हम अपने keyboard को कंप्यूटर से जोड़ पाते है और आजकल वायरलेस keyboard भी आते है जिन्हें सिस्टम से जोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती है |
Keyboard का full form किया होता है
Keyboard का full form ‘Keys Electronic Yet Board Operating A to Z Response Directly’ होता है
K – | Keys |
E – | Electronic |
Y – | Yet |
B – | Board |
O – | Operating |
A – | A to Z |
R – | Response |
D – | Directly |
Keyboard को hindi में किया कहते है – keyboard meaning in hindi
keyboard को हिंदी में ‘कुंजीपटल’ कहते है और keyboard के बटन को हम ‘कुंजी’ कहते है |

Keyboard कैसे काम करता है
जब हम keyboard पर कोई कुंजी दबाते है तो कीबोर्ड , कीबोर्ड कंट्रोलर और कीबोर्ड बफर से संपर्क करता है और keyboard कंट्रोलर दबाई गई कुंजी के कोड को keyboard बफर में स्टोर करता है
और बफर में स्टोर कोड को CPU के पास भेजा जाता है और CPU इस कोड को प्रोसेस करने के बाद आउटपुट डिवाइस के माध्यम से हमें प्रदर्शित करता है इस प्रकार हमारा keyboard काम करता है |
Keyboard में कितने बटन होते है – Number of keys in keyboard
keyboard में बटनों(keys) की संख्या फिक्स नहीं है ये आपकी उपयोगिता के आधार पर कम या ज्यादा हो सकती है जैसे गेमिंग keyboard में बटनों की संख्या अधिक होती है आज से कुछ समय पहले keyboard में 84 बटनें हुआ करती थी लेकिन आज के समय में 100 से 115 के बीच में होती है
अगर हम स्टैण्डर्ड keyboard की बात करे तो इसमें 104 बटन होती है जिसका इस्तेमाल हम घर और ऑफिस में करते है जिसे स्टैण्डर्ड कीबोर्ड कहा जाता है और लैपटॉप के keyboard में प्राय 102 बटन होती है
Keyboard में कितने प्रकार की कुंजियाँ होती है – Types of Keys on Keyboard
keyboard में अलग अलग प्रकार की keys होती है जो अलग अलग तरह के काम करती है जो इस प्रकार है
1. अल्फानुमेरिक की (Alphanumeric keys) : keyboard में A से Z तक 26 अल्फाबेट keys होती है जिनका उपयोग हम शब्द या टेक्स्ट लिखने के लिए करते है यह keyboard का मध्य का हिस्सा होता है जो बहुत महत्वपूर्ण होता है इसकी मदद से हम A to Z , a to z , 0 to 9 , ! @ # $ % ^ & * ( ) इत्यादि लिख पाते है |
2. संख्यात्मक की (Numeric keys) : इन keys का उपयोग नंबर या अंक टाइप करने के लिए किया जाता है numeric pad कीबोर्ड में दाहिने तरफ होता है जिसमे कुल 17 की होती है जिसमे 0 से 9 तक अंक , जोड़ , घटाव , गुणा , भाग तथा दशमलव की होती है |
3. कर्सर कण्ट्रोल कुंजिया (Cursor Control Keys) : इन कुंजियों के माध्यम से हम अपने कर्सर को दायें , बाएं , ऊपर , नीचे ले जा सकते है अर्थात इनके उपयोग से हम स्क्रीन पर कहीं भी कर्सर को ले जा सकते है इन्हें चार तीर के निशानों से दर्शाया गया है जिन्हें एरो(Arrow) की भी कहा जाता है
ये कुंजिया अक्षरांकीय कुंजियों और अंकीय कुंजियों के बीच उलटे T के आकार में स्थित होती है इनके अलावा ठीक इनके ऊपर चार और बटन होते है जिनका प्रयोग हम कर्सर को कण्ट्रोल करने के लिए करते है जो इस प्रकार है
- होम (Home) : होम बटन के प्रयोग से हम कर्सर को लाइन के प्रारंभ में या डॉक्यूमेंट के प्रारंभ में ले जाते है |
- एंड (End) : एंड बटन के प्रयोग से हम कर्सर को लाइन के अंत में ले जाते है
- पेज अप (Page Up) : पेज अप बटन के प्रयोग से हम कर्सर को एक पेज पीछे या पिछले पेज में ले जाते है
- पेज डाउन (Page Down) : पेज डाउन कुंजी को जब दबाया जाता है तो कर्सर अगले पेज पर चला जाता है |
4. फंक्शन कुंजियाँ (Function Keys) : ये कुंजियाँ keyboard में सबसे ऊपर होती है जिनकी संख्या 12 होती है इन कुंजियों पर F1 से F12 अंकित रहता है इन्हें प्रोग्रामेबल कुंजिया भी कहते है इनके द्वारा कंप्यूटर से कुछ विशिष्ट कार्य करवाने के लिए निर्देश दिया जाता है अब में प्रत्येक कुंजी के कार्य को विस्तार से बताऊँगा |
F1 | कंप्यूटर पर काम करते समय जब हमें मदद की आवश्यकता होती है तो हम इस कुंजी का उपयोग करते है |
F2 | इस कुंजी की मदद से हम कंप्यूटर में किसी भी फोल्डर व फाइल का नाम बदल सकते है |
F3 | इस कुंजी का प्रयोग कंप्यूटर में किसी भी फाइल , फोल्डर , चित्र आदि को खोजने के लिए किया जाता है |
F4 | कंप्यूटर में इस कुंजी की मदद से इन्टरनेट एक्सप्लोर में एड्रेस बार खुल जाएगी और Alt के साथ F4 दबाने पर चालू प्रोग्राम बंद हो जायेगा |
F5 | कंप्यूटर में इस कुंजी की मदद से हम अपने कंप्यूटर को रिफ्रेश(ताजा) कर सकते है और वेब पेज को दोबारा लोड कर सकते है |
F6 | वर्ड में काम करते समय इस कुंजी को दो बार दबाने से मेनू बार सक्रिय्र हो जाती है |
F7 | वर्ड में काम करते समय वर्तनी(spelling) और व्याकरण(grammar) से संबंधी गलती सुधारने के लिए इस कुंजी का इस्तेमाल किया जाता है |
F8 | कंप्यूटर में विंडो लोड करते समय इस कुंजी को दबाकर बूट प्रकिया चालू की जा सकती है |
F9 | इस कुंजी की सहायता से वर्ड में सिलेक्शन को हटाया जाता है और इसे बूट प्रकिया चालू करने के काम में भी लिया जाता है |
F10 | कंप्यूटर में प्रोग्राम मेनू बार को सक्रिय करने के लिए इस कुंजी की सहायता ली जाती है और Shift के साथ F10 दबाने पर ये डेस्कटॉप पर राईट क्लिक का काम करती है |
F11 | इन्टरनेट एक्स्प्लोर पर काम करते समय इस कुंजी की मदद से इन्टरनेट एक्स्प्लोर को फुल स्क्रीन पर देखा जा सकता है |
F12 | वर्ड में काम करते समय इस कुंजी की सहायता से Save as विंडो खुल जाती है और फाइल को सेव कर सकते है |
5. स्पेशल कुंजियाँ (Special keys) : इनकी संख्या keyboard में कम होती है इन Keys से कंप्यूटर के स्पेशल कार्य किये जाते है चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते है
कण्ट्रोल की (Control key) : ये एक सयोंजन की है जो किसी अन्य key के साथ मिलकर कोई विशेष कार्य करती है जैसे Ctrl + C कॉपी करने के लिए , Ctrl + V पेस्ट करने के लिए तथा Ctrl + S डॉक्यूमेंट को सुरक्षित करने के लिए प्रयोग में लायी जाती है इनके प्रयोग से समय की बचत होती है और कार्य जल्दी होता है keyboard में दो कण्ट्रोल की होती है |
शिफ्ट कुंजी (Shift Key) : ये भी एक सयोंजन की है इसका उपयोग भी किसी अन्य की के साथ मिलकर किया जाता है keyboard पर कुछ ऐसे बटन होते है जिनपर दो करैक्टर अंकित रहते है जैसे 3 के उपरी भाग में # करैक्टर है
अतः # टाइप करने के लिए शिफ्ट कुंजी के साथ # बटन दबाते है तो # टाइप होता है नहीं तो 3 टाइप होगा और शिफ्ट key के साथ अगर कोई letter टाइप करते है तो वो बड़े अक्षरों में टाइप होगा keyboard में दो स्थानों पर शिफ्ट की होती है |
टैब कुंजी (Tab Key) : यह टेबुलेटर की (Tabulator Key) का शोर्ट form है इसका उपयोग कर्सर को एक बार में पांच स्थान आगे ले जाने के लिए किया जाता है यह ब्राउज़र पेज में दुसरे लिंक पर ले जाता है और ये वर्ड और excel में एक वर्ग से दुसरे वर्ग में में जाने के लिए काम आता है इसका प्रयोग पैराग्राफ इंडेंट करने के लिए भी किया जाता है |
कैप्स लॉक की (Caps Lock Key) : ये एक टोगल बटन है अर्थात इसको एक बार दबाने पर सक्रिय और दूसरी बार दबाने पर निष्क्रिय हो जाती है जब ये सक्रिय(Enable) होती है तो सारे अल्फाबेट अक्षर बड़े अक्षरों में टाइप होते है जिसे कंप्यूटर में Upper case कहते है और जब ये निष्क्रिय(Disable) होती है तो सारे अल्फाबेट अक्षर छोटे अक्षरों में टाइप होते है जिन्हें कंप्यूटर में Lower case कहते है |
एंटर कुंजी (Enter Key) : एंटर की को keyboard की मुख्य कुंजी भी कहा जाता है क्योंकि इसका उपयोग यूजर के द्वारा टाइप किये गए निर्देश को कंप्यूटर में भेजने के लिए किया जाता है
एंटर कुंजी दबाने के बाद निर्देश कंप्यूटर के पास चला जाता है और फिर निर्देश के अनुसार कंप्यूटर आगे का कार्य करता है और इसकी मदद से हम डॉक्यूमेंट में एक पंक्ति का अंत और नयी पंक्ति का आरंभ कर सकते है |
एस्केप कुंजी (Escape Key) : इस कुंजी का प्रयोग हम किसी कार्य को समाप्त करने या बीच में रोकने के लिए करते है जैसे पॉवर पॉइंट में इसके उपयोग से स्लाइड शो रुक जाता है , वेब पेज पर चलता हुआ एनीमेशन रुक जाता है तथा वेब पेज जो लोड हो रहा है वो रुक जाता है और Ctrl की के साथ इसका उपयोग करने से स्टार्ट मेनू खुल जाता है |
बैक स्पेस की (Back Space Key) : इस कुंजी का प्रयोग हम टाइप किये गए डाटा या सूचना को मिटाने के लिए करते है ये कर्सर के ठीक बायीं और के डाटा , अक्षर , चिन्ह , और जगह को मिटाने का काम करती है
नम लॉक कुंजी (Num Lock Key) : ये भी एक टोगल बटन है जिसका उपयोग keyboard में numeric key pad को सक्रिय और निष्क्रिय करने के लिए किया जाता है जब ये बटन सक्रिय रहती है तो अंक टाइप होता है और जब ये निष्क्रिय रहती है तो अंक टाइप नहीं होता है |
स्पेसबार कुंजी (Spacebar Key) : ये keyboard की सबसे लम्बी कुंजी होती है जिसका उपयोग हम दो शब्दों या अक्षरों के बीच स्पेस बढाने के लिए करते है
विंडो कुंजी (Window Key) : इस कुंजी का प्रयोग हम स्टार्ट मेनू को खोलने के लिए करते है |
डिलीट की (Delete Key) : इस कुंजी का प्रयोग हम कर्सर के ठीक दायीं और के अक्षर , चिन्ह और जगह को मिटाने के लिए करते है इसके द्वारा हम चयनित(Selected) शब्द , लाइन , पेज , फाइल और ड्राइंग को मिटा सकते है |
Conclusion : Keyboard किया होता है – Keyboard सम्पूर्ण जानकारी in hindi
मैंने आपको इस आर्टिकल में keyboard के बारे में बिलकुल बैसिक से डिटेल में समझाने की कोशिश की है मैंने keyboard के एक एक बटन या कुंजी को विस्तार से बताया है फिर भी आपको इस आर्टिकल से रिलेटेड कोई भी सवाल पूछना है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर कर पूँछ सकते है |
और अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है तो आप इसे उन लोगो को शेयर कर सकते है जो ‘Keyboard kiya hota hai Keyboard detail in hindi’ के बारे में विस्तार से जानना चाहते है |
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