माउस किया होता है माउस सम्पूर्ण जानकारी in hindi – What is mouse in hindi

माउस एक इनपुट डिवाइस है जिसका इस्तेमाल हम कंप्यूटर यूज करते समय करते है बहुत सारे ऐसे यूजर होते है जिनको माउस के बारे में जानकारी नहीं होती है

इसलिए हमने सोचा की कियूं ना एक आर्टिकल माउस के बारे में लिखा जाये अगर आपको भी माउस के बारे में जानकारी नहीं है तो आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है

क्योंकि आप बिलकुल सही जगह पर आये है मैंने आपको इस आर्टिकल में माउस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी तो चलिए शुरू करते है…

माउस किया है – What is mouse in hindi

माउस एक प्रमुख इनपुट डिवाइस है जिसे Pointing Device भी कहा जाता है यह GUI इंटरफ़ेस में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली पॉइंटर इनपुट डिवाइस है इसका इस्तेमाल कर्सर या पॉइंटर को एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाने के लिए किया जाता है

और इसके द्वारा हम किसी भी फाइल या प्रोग्राम को ओपन या क्लोज कर सकते है इसमें तीन बटन होते है Left and Right बटन और एक बीच में स्क्रॉल बटन होता है जिसका प्रयोग हम किसी फाइल के ऊपर या नीचे के पेज पर कर्सर को ले जाने के लिए करते है इसका आकर चूहे के समान होता है इसलिए इसे माउस कहा जाता है |

माउस का full form किया होता है – What is full form of mouse

MOUSE का full form ‘Manually Operated User Selection Equipment’ होता है जिसे हम हिंदी में ‘उपयोगकर्ता के द्वारा मैनुअल रूप से संचालित चयन उपकरण’ कहते है |

माउस किया होता है

माउस कितने प्रकार के होते है – Types of mouse in hindi

माउस तीन प्रकार के होते है जिनके बारे में हम डिटेल में जानेंगे तो चलिए जानते है

  • Mechanical Mouse (यांत्रिकी माउस)
  • Optical Mouse (प्रकाशीय माउस)
  • Cordless Mouse या वायरलेस माउस

Mechanical Mouse या यांत्रिक माउस

इस प्रकार के माउस का प्रयोग 1990 के दशक में किया जाता था इनमे नीचे एक रबर की गेंद लगी होती है जो माउस के खोल से थोड़ी बाहर निकली होती है जब माउस को घुमाया जाता है तो बॉल के मूवमेंट से ही कर्सर की दिशा तय होती है |

Optical Mouse या प्रकाशीय माउस

ऑप्टिकल माउस एक नए प्रकार का माउस है जिसका इस्तेमाल आजकल सबसे ज्यादा हो रहा है ऑप्टिकल माउस में रबर बॉल के स्थान पर LED(Light Emitting Diode) का इस्तेमाल किया जाता है ये माउस ऑप्टिकल सेंसर की मदद से मूवमेंट को ट्रैक कर पाता है |

Cordless Mouse या वायरलेस माउस

ये आज के आधुनिक युग का माउस है जो frequency के आधार पर काम करता है जैसा की इसके नाम से ही पता चल रहा है की इस माउस में तार नहीं लगा होता है इसलिए इसे वायरलेस माउस या कार्डलेस माउस कहते है |

इसमें दो प्रमुख कोम्पोनेट्स होते है transmitter और reciever , यह electromagnetic सिगनल के रूप में माउस की गति और क्लिक करने की सूचना कंप्यूटर को भेजता है transmitter माउस के अन्दर लगा होता है और reciever कंप्यूटर के USB स्लॉट में लगा होता है और इसके driver को कंप्यूटर में install करना पड़ता है आज के computers में ये इन भी बिल्ट होता है वायरलेस माउस इन्फ्रारेड या रेडियो तरंगो की मदद से कंप्यूटर के साथ communication करता है |

माउस के कार्य – Functions of Mouse in hindi

माउस के द्वारा कंप्यूटर में बहुत सारे काम किये जाते है जिनके बारे में हम डिटेल में जानेंगे तो चलिए जानते है

पॉइंटइंग (Pointing) : जब हम डेस्कटॉप पर उपलब्ध आइटम या आइकॉन पर कर्सर को ले जाते है और कर्सर उस आइकॉन को छूता है तो एक बॉक्स बनता है जो हमें उस आइकॉन या आइटम के बारे में बताता है इसी क्रिया को हम Pointing कहते है |

क्लिक या लेफ्ट क्लिक (Click OR Left Click) : जब हम माउस पॉइंटर को अपने डेस्कटॉप के किसी आइकॉन या प्रोग्राम पर लाकर लेफ्ट बटन दबाकर छोड़ देते है तो इसी क्रिया को हम क्लिक करना कहते है जब हम किसी आइकॉन पर लेफ्ट बटन दबाकर छोड़ देते है तो उसका रंग नीला हो जाता है जिसका मतलब ये होता है की ये सेलेक्ट हो गया है अर्थात इस बटन का प्रयोग हम OK के लिए करते है |

डबल क्लिक (Double Click) : डबल क्लिक भी लेफ्ट बटन द्वारा ही किया जाता है लेकिन इसको हम एक साथ जल्दी जल्दी दो बार क्लिक करते है इसी क्रिया को डबल क्लिक कहा जाता है इसका प्रयोग हम फाइल , फोल्डर , डॉक्यूमेंट , प्रोग्राम आदि को खोलने के लिए करते है और किसी डॉक्यूमेंट में किसी शब्द को सेलेक्ट करने के लिए भी हम डबल क्लिक का इस्तेमाल करते है

ट्रिपल क्लिक (Triple Click) : ट्रिपल क्लिक का बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है माउस के लेफ्ट बटन से एक साथ जल्दी जल्दी तीन बार क्लिक करने को हम ट्रिपल क्लिक कहते है इसका प्रयोग टेक्स्ट फाइल , जैसे एम -एस वर्ड , नोटपैड , वर्डपैड या किसी डॉक्यूमेंट में पूरे पैराग्राफ को सेलेक्ट करने के लिए किया जाता है |

राईट क्लिक (Right Click) : जब हम माउस के पॉइंटर को किसी फाइल , फोल्डर , डॉक्यूमेंट , पिक्चर , आइकॉन इत्यादि पर लाकर माउस के दायें बटन को क्लिक करते है तो इसी क्रिया को हम राईट क्लिक करना कहते है इसकी मदद से हम उस फोल्डर , आइकॉन , डॉक्यूमेंट , फाइल की प्रॉपर्टीज को एक्सेस कर सकते है उसके कई सारे ऑप्शनस को देख सकते है |

ड्रैग और ड्रॉप (Drag and Drop) : जब हम अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर उपलब्ध किसी आइटम या आइकॉन को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाते है तो इसी क्रिया को हम dragging and dropping कहते है इसे माउस की लेफ्ट बटन द्वारा किया जाता है

हम जिस भी फाइल , डॉक्यूमेंट , पिक्चर या आइकॉन को एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाना चाहते है हमें उस पर अपने माउस पॉइंटर को ले जाना है और माउस के लेफ्ट बटन को दबाये रखना है और इसे खींच कर वह ले जाना है जहाँ आप इसे रखना चाहते है इस तरह ड्रैग एंड ड्राप की प्रक्रिया की जाती है |

माउस के फायदे – Advantages of mouse in hindi

  • माउस तेज गति से कार्य करता है और यूजर को एक अच्छा अनुभव प्रदान करता है  
  • माउस हल्का होता है जिसे उपयोग करना आसान होता है इसे उपयोग करने के लिए किसी प्रकार की ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ती है 
  • इसे आसानी से कंप्यूटर सिस्टम से जोड़ा जा सकता है इसे लैपटॉप और डेस्कटॉप दोनों से जोड़ सकते है
  • माउस काफी सस्ता होता है और नए कंप्यूटर के साथ फ्री में मिलता है
  • keyboard की अधिक जानकारी ना होने पर भी हम माउस की मदद से कंप्यूटर पर अच्छा काम कर सकते है
  • माउस की मदद से किसी फाइल या फोल्डर को एक स्थान से दुसरे स्थान पर आसानी से ले जा सकते है  
  • माउस की मदद से किसी डॉक्यूमेंट या वेब पेज में व्हील बटन के द्वारा स्क्रॉल कर सकते है
  • एक साथ कई फाइल सेलेक्ट कर सकते है और किसी फाइल या फोल्डर को डबल क्लिक द्वारा आसानी से खोल सकते है |

माउस का अविष्कार कब और किसने किया

माउस एक इनपुट डिवाइस है जिसका अविष्कार 1960 के दशक में डगलस कार्ल एंजेलबर्ट ने किया था लेकिन इसका पेटेंट 17 नवम्बर 1970 में करवाया गया था |

जब माउस का अविष्कार हुआ था ये लकड़ी का हुआ करता था जिसमे दो धातु के पहिये लगे होते थे और ये दिखने में एक चूहे के जैसा लगता था जिसके पीछे एक तार निकला हुआ था जो चूहे की पूँछ की तरह लगता था इसलिए इस डिवाइस का नाम माउस रखा गया |

Conclusion : माउस किया होता है माउस सम्पूर्ण जानकारी in hindi

मैंने आपको इस आर्टिकल में माउस के बारे में बिलकुल बैसिक से डिटेल में समझाने की कोशिश की है फिर भी आपको माउस से रिलेटेड कोई भी सवाल पूछना हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर पूँछ सकते है |

में उम्मीद करता हूँ की आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है तो आप इसे उन लोगो को शेयर कर सकते है जो माउस के बारे में बैसिक से डिटेल में जानकारी चाहते है |

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